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वैसे तो भारत के JIO दाता यानि मुकेश अम्बानी का नाम भी दुनिया का सबसे अमीरो की लिस्ट में पहले पायदान पर रह चूका है, लेकिन एक बात जो हर भारतीय के मन में आती है वो ये की “आखिर रतन टाटा का नाम दुनिया के सबसे धनी लोगो में क्यों नहीं आता” ?
आइये इसी प्रश्न का उत्तर हम आपको देते है।
भले ही रतन टाटा जी का नाम दुनिये के आमिर लोगो में न आए लेकिन उनका नाम दुनिया के सबसे ज़्यादा पसंद किये जाने वाले और प्रशंसित लोगो में सबसे ऊपर ज़रूर आएगा। रतन टाटा जी जितने अच्छे व्यवसायी (बिजनेसमैन) है तो उतने ही अच्छे मानवतावादी और एक उदार व्यक्ति भी है। इतना पैसा और शोहरत होने के बाद भी रतन टाटा जी कभी भ्रष्ट न हुए और आज अगर विश्व भर में टाटा ब्रांड का इतना नाम है तो इसमें रतन टाटा जी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। रतन टाटा जी की व्यापारिक मार्गदर्शन के अलावा, उनकी सामाजिक कार्यों और धर्मार्थ के प्रति समर्पण की प्रशंसा पुरे विश्व में की जाती है।
लेकिन प्रश्न तो फिर भी उठता ही है की आखिर रतन टाटा का नाम दुनिया के सबसे धनी लोगो में क्यों नहीं है
आपको ये बता दे की रतन टाटा, टाटा कंपनियों के मालिक नहीं है बल्कि उन कंपनियों के मालिक टाटा ग्रुप है।
हम सबको लगता है की रतन टाटा जी नाम भारत के तो टॉप 10 में ज़रूर होगा लेकिन ऐसा नहीं है. आपको बता दे की 2021 IIFL WEALTH द्वारा प्रस्तुत की गई Hurun India Rich List 2021 के अनुसार, 432 भारतीय लोग है जो रतन टाटा से भी धनी है । इसका सबसे बड़ा कारण है टाटा ट्रस्ट के माध्यम से टाटा परिवार द्वारा किया जाने वाला विशाल दान। टाटा कंपनी, टाटा ट्रस्ट के माध्यम से अपनी कमाई 66 % हिस्सा दान में दे देता है।
रतन टाटा के पास उनकी कंपनियों के विशेषाधिकार हैं, जिनसे उन्हें अधिकारिक नियंत्रण का लाभ होता है। हालांकि, विशेषाधिकार अपने आप में संपत्ति के रूप में नहीं गिना जाता है। रतन टाटा कंपनियों के लिए निवेश करने में विश्वास रखते है और अपनी कंपनियों के समृद्धि और गुणवक्ता पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
जब बात अपने देश और देशवासियो की हो तो वह योगदान करने से कभी पीछे नहीं हटते। उन्होंने हमेशा दुसरो को सही रह पर चलना और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है.
अगर उनका नाम दुनिये के सबसे आमिर व्यक्तियों में नहीं है तो क्या हुआ लेकिन वह दिल के सबसे आमिर व्यक्ति हमेशा रहेंगे।
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